जौनपुर
कार्यक्रम का शुभारंभ जिलाधिकारी डा0 दिनेश चन्द्र, समाज सेवी विनीत सेठ, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ0 गोरखनाथ पटेल ने मां सरस्वती जी की प्रतिमा पर दीप प्रज्वलन और माल्यार्पण कर किया।
इसके पश्चात जिलाधिकारी के द्वारा आकाश में गुब्बारा छोडा गया और दिव्यांग छात्र आशीष गौंड के द्वारा ट्रैक पर मसाल लेकर दौड़ लगाई गई। इस दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि ऐसे बच्चें जो किन्ही कारणों से दिव्यांगता की श्रेणी में आते है, उनके सर्वांगीण विकास के लिए शासन अत्यन्त संवेदनशील है। उन्होने कई उदाहरणों के माध्यम से बच्चों का उत्साह बढाते हुए उन्हे जीवन में कुछ अलग करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होने शासन की तरफ से अभिभावकों को विश्वास दिलाया कि दिव्यांग बच्चों के शैक्षणिक, बौद्विक, शारीरिक विकास के लिए सदैव सहयोग देने के लिए तत्पर रहेगे। जिलाधिकारी ने स्वागत गीत गाने वाले बच्चों को शाल पहनाकर सम्मानित किया। उन्होने दिव्यांग बच्चों को चाकलेट भी वितरित किया।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने कहा कि दिव्यांग बच्चों को समाज में बराबरी का स्थान प्राप्त हो इसके लिए और प्रयास किये जाने की आवश्यकता है, उन्होने जनपद के पूर्व जिलाधिकारी सुहास एल वाई जी का उदाहरण देते हुए कहा कि बच्चें उनसे प्रेरणा ले और स्वयं के साथ ही अपने अभिभावक और जनपद का नाम रोशन करें।
केला दौड़ में वासिफ प्रथम, विक्कि द्वितीय, विराट तृतीय। 50 मीटर बालिका दौड़ में परी सरोज प्रथम, तान्या द्वितीय, 100 मीटर दौड़ में नितेश प्रथम, शिवा शर्मा द्वितीय, गोली चम्मच दौड़ में विक्की प्रथम, समर द्वितीय, आयुष तृतीय। सुलेख में स्वतंत्र प्रथम, महिमा द्वितीय, आकांक्षा ने तृतीय स्थान प्राप्त किए।
इस अवसर पर समेकित शिक्षा समन्वयक शशिधर उपाध्याय, लेखा अधिकारी राजीव पाण्डेय, एबीएसए उदयभान कुशवाहा ,सौरभ कनौजिया, विशाल उपाध्याय, अरुण मौर्या, दुर्गेश पटेल और सभी विकास खण्डों से विशेष शिक्षक ज्योति सिंह, विवेक सिंह, संजय मिश्रा प्रमोद कुमार माली, मनोज गुप्ता, शक्ति सिंह, विजय सिंह सुनीता कुशवाहा, आनन्द तिवारी आदि लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन सुनील सिंह ने किया।