भागवत सर्वाधिक आत्मसात करने वाली कथा:स्वामी नारायणानंद
राज्यमंत्री कमिश्नर सहित आधा दर्जन ने लिया आशीर्वाद
एमएलसी राजहंस सिंह के यहाँ भागवत कथा सम्पन्न
आध्यात्मिक कथाएं हमारे व्यक्तित्व में सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करती हैं। सनातन धर्म में 18 पवित्र पुराण में भागवत पुराण की कथा को कलयुग में सर्वाधिक आत्मसात किया जाता है।
यह बातें जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी नारायणानंद तीर्थ महाराज ने मंगलवार को कहीं। वह महाराष्ट्र विधान परिषद के सदस्य राजहंस सिंह के आवास पर आयोजित श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के समापन के मौके पर बोल रहे थे।
यह कार्यक्रम रामपुर ब्लाक के असवा ठाकुरान गांव में आयोजित था। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि कलयुग में भागवत कथा सुनकर उसके संदेश को अपने व्यक्तित्व में उतारना पुण्य कार्य है। कथा से संपूर्ण राष्ट्र में शांति सुख सवाल का वातावरण बनता है। सनातन धर्म के 18 पुराणों में श्रीमद् भागवत कथा का रसपान कर लेने से ही हमारा संपूर्ण कर्म पुण्य का भागी बन जाता है। यह कथा भगवान विष्णु जी के धरती पर लिए गए 24 अवतारों की गाथा उनके कर्म एवं धर्मपरायण का पाठ पढ़ाती है।
कार्यक्रम में आए अतिथियों का स्वागत उत्तर प्रदेश प्रेस मान्यता संवाददाता समिति के अध्यक्ष हेमंत तिवारी ने किया। इस अवसर पर स्वामी नारायणानंद तीर्थ जी ने प्रदेश सरकार के राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार गिरीश चंद यादव मंडलायुक्त वाराणसी कौशल राज शर्मा एमएलसी विद्यासागर सोनकर जिला अधिकारी मनीष कुमार वर्मा पुलिस अधीक्षक अजय साहनी विधायक आरके पटेल पूर्व सांसद राधे मोहन सिंह रमेश दुबे उद्योगपति भाजपा नेता ज्ञान प्रकाश सिंह पत्रकार राजेंद्र सिंह एवं डॉ मधुकर तिवारी को स्मृति चिन्ह एवं प्रसाद देकर आशीर्वाद प्रदान किया। कार्यक्रम के अंत में भागवत कथा के आयोजक महाराष्ट्र विधान परिषद सदस्य राजहंस सिंह ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस कथा के माध्यम से जहां हम सभी ने अपने धार्मिक दायित्वों का निर्वहन किया वही आप सभी अतिथियों का भाग लेना ही हमारे लिए सौभाग्य है। इस अवसर पर भाजपा नेता महाराष्ट्र अजय सिंह चंद्रप्रकाश पप्पू संजय गुप्ता आदि गणमान्य लोग मौजूद थे।