पुरानी पेंशन बहाली के लिये कलेक्ट्रेट परिसर में गरजे शिक्षक, किया जोरदार धरना प्रदर्शन।
पुरानी पेंशन के लिए शिक्षकों का उमड़ा हजूम
शिक्षकों, की पुरानी पेंशन बहाली सहित छह सूत्रीय मांगों को लेकर मंगलवार को कलेक्ट्रेट परिसर में शिक्षको ने हुंकार भरा। शिक्षको की गर्जना से पूरा कलेक्ट्रेट परिसर गुंजायमान हो गया। एक दिवसीय विशाल धरना देकर महामहिम राष्ट्रपति प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन नगर मजिस्ट्रेट को सौंपा। शिक्षकों ने मांग पूरी न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। संगठन के आह्वान पर धरने में माध्यमिक शिक्षक संघ (सेवारत) व कर्मचारी संघ ने भी अपना समर्थन दिया।
अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ के बैनर तले, उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के तत्वावधान में प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष अमित सिंह के नेतृत्व में दिन में दस बजे से ही जनपद के विभिन्न तहसीलों व ब्लाक के पदाधिकारियों के साथ शिक्षकों की भीड़ कलेक्ट्रेट परिसर में धरना स्थल पर एकत्रित होने लगी। एक घण्टे बाद ही धरना स्थल शिक्षको की भीड़ से खचाखच भर गया। कलेक्ट्रेट परिसर के मुख्यद्वार से लेकर जिलाधिकारी कार्यालय तक शिक्षक ही दिखाई दे रहे थे। हजारों की संख्या में हाँथ में तख्ती बैनर लेकर पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर शिक्षको ने कलेक्ट्रेट परिसर में जुलूस निकालकर नारेबाजी करते हुए चक्रमण किया तो सभी की निगाहें उनपर ही था। पूरा कलेक्ट्रेट परिसर शिक्षकों के पुरानी पेंशन बहाली के नारों से गूंज उठा। चारों तरफ सिर्फ शिक्षक कर्मचारी एकता जिंदाबाद व पुरानी पेंशन बहाल करो के नारों पूरे दिन गूंजता रहा।
धरने को सम्बोधित करते हुए
जिलाध्यक्ष अमित सिंह ने कहा कि पुरानी पेंशन को प्राप्त करने के लिए शिक्षकों व कर्मचारियों का सतत संघर्ष चलता रहेगा। इसके लिए हमें एकजुट होकर लड़ाई लड़नी होगी। कहाकि एक ही देश में दो तरह का कानून नहीं चलेगा। एक तरफ सांसद-विधायक पेंशन व पारिवारिक पेंशन प्राप्त कर रहे है तो दूसरी तरफ 60 और 62 वर्ष तक पूरा जीवन देश व समाज को देने के बाद शिक्षक व कर्मचारी सेवानिवृत्त होने पर पुरानी पेंशन को नहीं प्राप्त करेगा। साथ ही अमित सिंह ने कहा कि वर्षों से परिषद के शिक्षकों का पदोन्नति रुका हुआ जो कि हमारा अधिकार है जिसके लिए हम आर पार की लड़ाई के लिए तैयार हैं। विगत काफी समय से शिक्षकों स्थानांतरण रुका हुआ है, तमाम शिक्षकों को पचास से सत्तर किलोमीटर दूर जा कर अपनी सेवा देनी पड़ती है जबकि उनके आवास के पास कई विद्यालयों पर पद खाली हैं इसलिए हम सभी का इस आंदोलन के माध्यम से मांग है कि तत्काल अंतर्जनपदीय एंव जनपद के अंदर स्थानांतरण शुरू किया जाय। शिक्षा मित्र तथा अनुदेशक साथियों को उचित एंव सम्माजनक तरीके से समायोजित किया जाय।
धरने को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ(कार्यरत) के प्रांतीय अध्यक्ष रमेश सिंह ने कहा कि पुरानी पेंशन बहाली को लेकर प्राथमिक शिक्षक संघ के आंदोलन के मेरा पूर्ण समर्थन है। जहाँ देश के जनप्रतिनिधिगण पुरानी पेंशन का लाभ ले रहे हैं वहीं शिक्षक एंव कर्मचारियों को इससे वंचित रखा गया है जो अनुचित है। संचालन कर रहे जिला मंत्री सतीश पाठक ने कहा कि पुरानी पेंशन बहाली के लिए चलाए जा रहे आंदोलन को और मजबूत किया जाएगा। पेंशन छीनकर सरकार ने बुढापे की लाठी छीन लिया है।
सीनियर बेसिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष अरुण सिंह ने कहा कि इस तरह के अन्याय के खिलाफ संगठन आंदोलन कर अपने हक को प्राप्त करने के लिए लड़ाई लड़ने को तैयार है।
धरने को उत्तर प्रदेश राज्य कर्मचारी महा संघ के अध्यक्ष अजय सिंह, महामंत्री संजय चौधरी, राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष डॉ प्रदीप सिंह, कलेक्ट्रेट कर्मचारी संघ के अध्यक्ष शिवमोहन श्रीवास्तव एंव पूर्व अध्यक्ष विजय प्रताप सिंह, महिला मोर्चा अध्यक्ष अर्चना सिंह, मंजू पांडेय, उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जनपदीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष सतीश सिंह, कोषाध्यक्ष रोहित यादव, जिला संयुक्त मंत्री शैलेंद्र सिंह, जिला उपाध्यक्ष अतुल प्रताप, राजेश टोनी, संगठन मंत्री अश्वनी सिंह, संतोष बघेल, राम सिंह बघेल, राजीव रत्नम तिवारी, सरोज सिंह, ममता श्रीवास्तव, वंदना सरकार, नूपुर श्रीवास्तव, डॉ अनुज सिंह, विशाल सिंह, डॉ मनीष सोमवंशी, मृत्युंजय सिंह, दिवाकर चौहान, नीतीश सिंह उत्तर प्रदेश ग्रामीण सफाई कर्मचारी संघ के महामंत्री शिव कुमार यादव, सिंचाई कर्मचारी विभाग के अध्यक्ष अरविंद यादव आदि ने संबोधित किया। इस अवसर पर मुन्ना लाल यादव, स्वतंत्र कुमार, रामकृपाल यादव, संजय सिंह, सुशील सिंह, धीरज कश्यप, धमेंद्र सिंह, धीरेंद्र प्रताप सिंह, दिनेश राम, डॉ गिरीश सिंह, शैलेश सिंह, दिनेश सिंह, प्रवीण, अमर बहादुर यादव, दिवाकर चौहान, जयप्रकाश, भूपेश सिंह, अरविंद सिंह, जितेंद्र कुमार, सतोष सिंह, अशोक सोनकर, सुभाष बिंद, प्रदीप सूर्या, राजीव उपाध्यय, राजीव लोहिया, अखंड सिंह, दिलीप यादव, सुरेंद्र यादव, अजीत सिंह, अजय सिंह, राजीव मणि त्रिपाठी, उमेंद्र सिंह, भूपेंद्र सिंह, विजय मेंहदी, मीरा रजक, रोहित सिंह, राकेश सिंह, अवनीश उपाध्यय, सजल सिंह, धनंजय मिश्रा, पारसनाथ यादव, सुधाकर सिंह, निशाकान्त यादव, सर्वजीत श्रीवास्तव, सतीश मौर्या, अनिल यादव, दिनेश यादव, दशरथ राम, अरविंद यादव टीएस टीसी,अवंतिका सिंह, ज्योति सिंह, नीतू सिंह, मधु रानी, अफसाना बानो, अकील रहमान, अनिल सिंह, सिद्धार्थ, राकेश सिंह, रामयश प्रजापति, सहित हजारों की संख्या में शिक्षक शिक्षिका उपस्थित रहे।