अगले साल इस भव्य कथा होगी क्योकि ज्ञानप्रकाश जी ने कथा के आखिरी दिन सबको सकल्प कराया कि अगली बार इससे भी अपार
अन्तिम दिन 20 हजार लोगो ने कथा सुनी व प्रसाद ग्रहण किया
रामकथा में सबके सहयोग के लिए दिल से जताया आभार-अमित सिह बाँबी
जौनपुर
“जिसकी रही भावना जैसी, प्रभु मूरत देखी तिन तैसी”… कुछ लोग जनपद में ऐसे हैं अच्छे कार्यों की प्रशंसा करना कौन कहे उसमें कमियां खोजते रहते हैं। यह पंक्ति उन लोगों पर बिल्कुल सटीक बैठ रही है, जिसकी भावना अच्छे कार्यों के विपरीत होती है। भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं समाजसेवी ज्ञान प्रकाश सिंह ने जनपद में गरीबों की सेवा, वृद्धाश्रम की सेवा एवं 2 वर्ष से लगातार रामकथा का प्रायोजन कर जिले के साथ-साथ पूरे प्रदेश में एक अलग पहचान बनाई है। बताते चलें कि जनपद में बहुत कुबेर हैं लेकिन जिस भावना और शिद्दत से रामकथा का प्रायोजन करके पूरे जनपद को राममय बना दिया। उनका मानना है कि भगवान ने जब हमको उस लायक बनाया है तो जनपद में कुछ ऐसा कार्य किया जाए जिससे यहां के अच्छे कार्यों की गूंज पूरे देश में जाए। इस तरह का धार्मिक अनुष्ठान कराने का उनका मुख्य उद्देश्य यह है कि जनपद के वासी खुशहाल रहें और अच्छे कार्यों के लिए लोग आगे आए।
वरिष्ठ भाजपा नेता ज्ञान प्रकाश सिंह ने अच्छे कार्य कर प्रदेश में बनाई एक अलग पहचान |
वरिष्ठ भाजपा नेता ज्ञान प्रकाश सिंह ने आभार प्रकट करते हुए कहा कि जौनपुर के मेरे प्यारे भाइयों एवं बहनों आप सभी को जय श्री राम, एक बार फिर से श्री राम कथा को भव्य, दिव्य एवं ऐतिहासिक बनाने के लिए आप सभी का सहृदय धन्यवाद। श्री राम कथा आहुत करने हेतु लिया गया द्वितीय वर्ष का संकल्प पूर्ण हुआ, श्री राम कथा यज्ञ से जो दैवीय ऊर्जा प्रकट हुई है उससे पूरा जनपद राममय हो गया है। जनपद जौनपुर एवं आसपास के जनपदों से विशाल संख्या में पहुंचकर श्री रामकथा को आप सभी ने ऐतिहासिक बना दिया, कलश यात्रा में जौनपुर के घर-घर से हजारों की संख्या में माताओं, बहनों ने आकर कलश यात्रा को अभूतपूर्व एवं ऐतिहासिक बना दिया। पूज्य श्री प्रेमभूषण जी महाराज के पावन सानिध्य में हुई रामकथा में पूरे देश से आए हुए विशिष्ट, अतिविशिष्टजन सहित मैं अपने जनपद के समस्त भाइयों, बहनों एवं माताओं को प्रणाम करता हूं। मैं जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन एवं सेवा भारती समिति जौनपुर, काशी प्रान्त एवं व्यवस्था में लगे हुए सभी कार्यकर्ता बन्धुओं को हृदय से धन्यवाद करता हूं। श्री राम नाम के महायज्ञ से जो पावन ऊर्जा निकली है, वह मेरे पूरे जनपद को खुशहाल, आरोग्य एवं सफलता के मार्ग में अग्रसर करें।