अग्रहरि समाज के गौरव भोजपुरी फिल्म एंव उत्तरखण्डी अवार्ड के संस्थापक अध्यक्ष विनोद गुप्ता का आज जनपद आगमन पर अग्रहरि समाज के अध्यक्ष मनोज अग्रहरि के नेतृत्व में नगर के पंचहटिया स्थित व्यंकटेश ह्यूण्डई पर भव्य स्वागत अभिनन्दन किया गया।




इसी क्रम में पत्रकारों से वार्ता करते हुए विनोद गुप्ता कहा भोजपुरी सिनेमा की शुरुआत 1962 में "गंगा मैया तोहे पियरी चढ़़इबे"से हुई। भोजपुरी सिनेमा के कलाकारों के सम्मान के लिए कोई कार्यक्रम नहीं था। भोजपुरी भाषा व भोजपुरी फिल्म के कलाकारों के सम्मान में २००५ मैनें पहली बार भोजपुरी फिल्म अवार्ड्स समारोह का आयोजन किया गया।अभिनय सम्राट दिलीप कुमार और सायरा बानो ने दीप प्रज्वलित कर इस अवार्ड का शुभारम्भ किया था जो आज निरन्तर चल रहा है।
अवार्ड हिंदी टेलीविज़न के ज़रिये विदेशों में पहुंचा और साथ ही भोजपुरी कलाकारों की लोकप्रियता में चार चांद लग गए. भोजपुरी फिल्म अवार्डस की वजह से मार्किट खुल गया और कई भोजपुरी चैनल्स का जन्म हुआ. 30 लाख में बनने वाली फ़िल्में आज डेढ़़ करोड़़ में बनने लगी है,श्री गुप्ता की अगुवाई में भोजपुरी फिल्मों को सहायता राशि प्रदान करने का सिलसिला शुरू हुआ। जिससे फिल्मों की संख्या बढ़ी. प्रदेश के हर ज़िले में शूटिंग होने की वजह से प्रदेश के लोगों को रोज़गार भी मिलने लगा है। अवार्ड निरंतर १७ साल से हो रहा है इसलिए इसे सबसे पुराना, प्रतिष्ठित अवार्ड समारोह माना जाता है, क्यों न हों यह एकमात्र जूरी बेस्ड अवार्ड है इसीलिए पूरी इंडस्ट्री इस अवार्ड के साथ जुड़ी है. 17th भोजपुरी फिल्म अवार्ड्स 23 जनवरी को मुंबई में आयोजित किया गया था. जहाँ भोजपुरी सिनेमा जगत के बड़े़ कलाकारों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करायी. तभी तो विनोद गुप्ता द्वारा आयोजित अवार्ड को भोजपुरी सितारों का महाकुम्भ भी कहा जाता है.
विनोद गुप्ता ने उत्तराखंड फिल्म अवार्ड्स का भी आयोजन किया था, कोविड के बाद वाला संस्करण इस साल अप्रैल २०२३ में आयोजित किया जायेगा. उत्तराखंडी फिल्म्स इंडस्ट्री इस अवार्ड को लेकर पूरी उत्तराखंडी फिल्म इंडस्ट्री बहुत ही उत्साहित है। वहीं निर्देशक व लेखक प्रमोद शास्त्री ने कहा हमारा प्रयास है भोजपुरी फिल्में पारिवारिक व साफ सुथरी व सम सामयिक विषयों पर आधारित हो समाज में एक अच्छा संदेश जाए वहीं पत्रकारों के सवाल के जवाब में उन्होंने कहां भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री व एल्बम इंडस्ट्री दोनों अलग अलग है..कुछ मरे कलाकार सस्ती लोकप्रियता के कारण विभिन्न अश्लील व फूहड़ गाने गा रहे हैं।जिससे भोजपुरी को लेकर समाज में अच्छा संदेश नहीं जा रहा है। इन कुरीतियों को दूर करने का प्रयास हमलोग कर रहे हैं। जनपद के जो भी युवा कलाकार हैं उनको मौका भी देने का काम करेंगे।
अग्रहरि समाज के अध्यक्ष मनोज अग्रहरि ने सभी का स्वागत अभिनन्दन किया।
इस मौके पर संयोजक विनोद अग्रहरि, महामंत्री रविन्द्र अग्रहरि,खझड़ी सम्राट सत्यप्रकाश गुप्त मुन्ना,विक्रम अग्रहरि,दीपक अग्रहरि,सन्तोष अग्रहरि,विकास अग्रहरि, अरविन्द अग्रहरि,रंजीत अग्रहरि,राघवेंद्र अग्रहरि आदि उपस्थित रहे।