ईद को लेकर दो समुह में बटा शिया समुदाय कोई आज मना रहा है ईद तो कोई कल मनायेगा
सही कहा जाये तो इस तरह की ईद फिकी सेव्ई की तरह है।यही अगर यह ईद कल यानि 11 अप्रैल को होती तो उसकी रौनक अलग होती शिया सुन्नी समुदाय एक साथ नमाज पढ़ता सब एक दूसरे से गले मिलते सेवईयां खाते। पर इन मुल्ला मौलानाओं के चक्कर में पूरी कौम को बर्बाद कर रहे हैं ।भाईचारा खत्म करने की साज़िश है ।
सच कहूंगा तो चुभेगी
