
चंदौली-सीएम योगी आदित्यनाथ पड़ाव स्थित अघोरेश्वर भगवान राम महाविभूति स्थल पहुंचे। उन्होंने अघोरेश्वर भगवान राम योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान केंद्र का उद्घाटन किया और बिल्व का पौधा भी रोपा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आयुष पद्धति में भारत को हेल्थ टूरिज्म हब बनाने का सामर्थ्य है। डबल इंजन की सरकार इस दिशा में तेजी से काम कर रही है। अगर धार्मिक संस्थाएं भी इसमें भागीदार बनें तो आयुष का ये क्षेत्र नई ऊंचाइयों को प्राप्त करेगा।

बता दें कि चंदौली जिले के पड़ाव स्थित अघोरेश्वर भगवान राम महाविभूति स्थल पहुंचे। उन्होंने अघोरेश्वर भगवान राम योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान केंद्र का उद्घाटन किया और बिल्व का पौधा भी रोपा। उन्होंने कहा कि स्वस्थ शरीर और मस्तिष्क से समर्थ व सशक्त राष्ट्र का निर्माण होगा। अघोरेश्वर परंपरा समतामूलक समाज की भावना का साक्षात प्रमाण है।
पहले हम सुना करते थे कि लोग उपचार कराने दुनिया के विकसित देशों में जाते हैं, मगर आज पूरी दुनिया प्राचीन भारतीय ज्ञान और परंपरा में बेहतर स्वास्थ्य की संभावना तलाश रही है। कोरोना काल में हमने अपनी प्राकृतिक चिकित्सा की ताकत को पहचाना। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत की शैव परंपरा में अघोर परंपरा साधना की एक ऐसी प्रकृति है, जो अगर आध्यात्मिक दृष्टि से देखें तो जगत में रहकर परमात्मा के साथ संबंध जोड़ती है।

व्यवहारिक दृष्टि से देखें तो समाज को एक सूत्र में जोड़ कर सामाजिक न्याय की धारणा का उदाहरण प्रस्तुत करती है। अघोरेश्वर बाबा कीनाराम के द्वारा जिस अघोर परंपरा को नया जीवन दिया गया, उसे अघोरेश्वर भगवान राम ने नई ऊंचाई देने का काम किया।

अघोर परंपरा ने समाज में हर प्रकार के भेदभाव को दूर करके समतामूलक समाज के निर्माण में अपना योगदान दिया है। सीएम ने कहा कि मातृशक्ति की कोई जाति नहीं होती। शिव और शक्ति का मिलन ही वास्तविक शक्ति है।