लखन्ऊ
लोक कल्याण संकल्प पत्र के एक संकल्प को पूरा करने का आज शुभारंभ किया गया है।
2016 में देश में रसोई गैस की किल्लत समाप्त करने के लिए बलिया में प्रधानमंत्री जी उज्जवला योजना शुरू की थी।
उज्जवला योजना समय पर स्वस्थ ईंधन उपलब्ध कराने की योजना ही नहीं थी।
मां,बहनों के स्वास्थ्य को बेहतर करने की भी योजना है।
फेफड़े कमज़ोर हो तो तमाम दिक्कतें आती हैं।
कमज़ोर फेफड़े वाले वाले कोरोना काल में काल कवलित हो गए।
2016 में उज्जवला योजना न आई होती तो कितने लोग कोरोना में चले जाते।
नौ करोड़ साठ लाख लोगों को इस योजना से जोड़ा गया।
तीन सौ रुपए की सब्सिडी प्रधानमंत्री जी ने दी।
2014 से पहले 25- 30 हज़ार रुपए खर्च करके गैस कनेक्शन मिलता था।
तब त्योहारों पर सिलेंडर नहीं मिल पाता था।
तब पुरुषों को लाईन में पुलिस की लाठी मिलती थी।
बिना सिलेंडर घर पहुंचने पर बेलन मिलता था।